देवर्षि नारद जयंती के उपलक्ष्य में उत्कृष्ट पत्रकारिता सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित
शिवपुरी। राष्ट्रीय चेतना प्रसारण न्यास शिवपुरी के द्वारा शहर के नक्षत्र गार्डन में देवर्षि नारद जयंती के उपलक्ष्य में उत्कृष्ट पत्रकारिता सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के निदेशक एवं लोक सभा टेलीविजन दिल्ली के पूर्व प्रधान संपादक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ आशीष जोशी रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मप्र कर्मचारी चयन बोर्ड के सदस्य व सामाजिक कार्यकर्ता एवं वरिष्ठ पत्रकार आलोक एम इंदौरिया ने की। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी के सचिव समीर गांधी, शिवशंकर सेठ और राजेश जी गोयल मंच पर आसीन थे। सर्वप्रथम विश्व के पहले पत्रकार देवर्षि नारद जी के छायाचित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के निदेशक डॉ.आशीष जोशी ने अपने विस्तृत सारगर्भित उद्वोधन में कहा कि पत्रकारिता लोक मंगल के लिए होना चाहिए। उसका धर्म ही लोक मंगल होना चाहिए है। ऐसे ही सृष्टि के प्रथम संदेशवाहक देवर्षि नारद नाम सुनते ही इधर-उधर विचरण करने वाले व्यक्तित्व की अनुभूति होती है। आम धारणा यही है कि देवर्षि नारद ऐसी विभूति हैं जो इधर की उधर करते रहते हैं। प्रायः नारद को चुगलखोर के रूप में जानते हैं। लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। मेरा मत है कि नारद इधर-उधर घूमते हुए संवाद-संकलन का कार्य करते हैं। उन्हें एक दिव्य पत्रकार भी कहा जाता है।
श्री जोशी ने कहा कि एक सफल पत्रकार के लिए कम्युनिकेशन सबसे ज्यादा जरूरी है।
लोगों के अधिकारों के प्रति तथा कर्तव्य के प्रति जागरूक करने का काम मीडिया ने किया।
डिजिटल पत्रकारिता में उन्होंने कहा कि वैक्सीन को लेकर ये भ्रम फैलाया जा रहा है हम उसकी वास्तविक गहराई को जाने।
पूरी दुनिया में एक वैचारिक संघर्ष चल रहा है, दुनिया भारत की बढ़ती ताकत से चिन्तित है। यह पचा नहीं पा रहे हैं। हम समाज को सकारात्मक और रचनात्मक कहानियों से प्रेरित कर सकते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मप्र कर्मचारी चयन बोर्ड के सदस्य व सामाजिक कार्यकर्ता एवं वरिष्ठ पत्रकार आलोक एम इंदौरिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारा देश निरंतर विकास कर रहा है इसमें कोई संदेह नहीं है। लेकिन सामाजिक समरसता के बिना हमारा विकास किसी भी काम का नहीं रहेगा। सामाजिक समरसता अगर मजबूत नहीं होगी तो हम कहीं खड़े नहीं हो पाएंगे। पत्रकारो की भी ये अहम जिम्मेदारी है कि हम सामाजिक समरसता के लिए लोगों को जागरूक करें। समाज में समरसता बहुत जरूरी है, चाहें वह कबीर जी,मीरा बाई, रसखान हों इन्हीं महापुरुषों के वजह से बचीं हुईं हैं।
जहां संघर्ष होगा वहां निर्माण नहीं होगा।
पत्रकारो की लाख आलोचनाओं होने के बाद भी समाज पत्रकार को हीं आगे लाता है। उन्होंने समाज से आग्रह किया कि वह पत्रकारों के कल्याण के हित के लिए भी कुछ सोचें, क्योंकि पत्रकार ही है जो सकल समाज के लिए यथा संभव करता है विशिष्ट अतिथि भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी के सचिव समीर गांधी ने कहा कि पत्रकार हमारे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ कहें जातें हैं भले ही उन्हें वैधानिक मान्यता नहीं है। परंतु वह अपना कार्य पूर्ण ईमानदारी और निष्ठा के साथ करते हैं।
पत्रकारों को सम्मानित किया गया
अधिमान्य पत्रकार वीरेन्द्र चौधरी, दैनिक भास्कर के फोटो जर्नलिस्ट नरेंद्र शर्मा,नईदुनिया के खोजी पत्रकार देवेंद्र समाधिया, आंचलिक पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पत्रिका के संवाददाता संजीव जाट, फास्ट समाचार डॉट कॉम के प्रधान संपादक अजय रज सक्सेना को शॉल श्रीफल और अयोध्या के श्री राम मंदिर का छायाचित्र भेंटकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का ओजस्वी वक्तव्य में सफ़ल संचालन शांति स्वरूप गुप्ता और आभार प्रकट किया संतोष गर्ग ने तथा अतिथि परिचय अजय जी राजपूत ने दिया। कार्यक्रम में शहर के प्रबुद्ध व्यक्ति, पत्रकार गण और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।