शिवपुरी जिले के पोहरी जनपद के अगर्रा गांव में लाखों की लागत से बनी गोशाला में गोवंश के संरक्षण के बजाय प्याज के बोरे रखे गए हैं। पंचायत ने इसे ठेके पर देकर अस्थायी प्याज गोदाम बना दिया है। सरपंच रामकिशन आदिवासी ने भी इस बात को स्वीकार किया है।
पंचायत सचिव ने जानकारी से अनभिज्ञता जताई। जिला पंचायत सीईओ हिमांशु जैन ने जांच और कार्रवाई की बात कही है। जनपद सीईओ ब्रामेन्द्र गुप्ता ने गोशाला खाली कराने के निर्देश दिए हैं।
यह मामला प्रदेश सरकार की गौसंवर्धन नीति की विफलता को उजागर करता है, जहां गोशालाएं किसानों की प्याज रखने की जगह बन रही हैं।