शिवपुरी : भारतीय किसान संघ जिला शिवपुरी इकाई की मासिक बैठक आज संपन्न हुई, जिसके बाद किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा गया। बैठक में जिला प्रभारी राजकुमार रघुवंशी, संभागीय अध्यक्ष कल्याण यादव, जिलाध्यक्ष बृजेश धाकड़ सहित जिला कार्यकारिणी और तहसील के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
किसानों की प्रमुख मांगें
भारतीय किसान संघ ने कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में किसानों की पांच प्रमुख समस्याओं को उठाया, जिन पर तत्काल ध्यान देने की मांग की गई है:
अमानक खाद, बीज और दवाओं की बिक्री पर रोक: संघ ने शिकायत की कि निजी खाद, दवा और बीज विक्रेता अमानक उत्पाद बेच रहे हैं, जिससे किसानों को भारी आर्थिक और मानसिक नुकसान हो रहा है। उन्होंने मांग की कि विक्रेताओं द्वारा बिल दिए जाएं, दवाओं के सैंपल लिए जाएं और खाद का स्टॉक व रेट लिस्ट दुकानों पर प्रदर्शित की जाए।
मक्का-बाजरा के हाइब्रिड बीज वापसी: जिले में अत्यधिक बारिश और लगातार वर्षा के कारण मक्का और बाजरा की बुवाई नहीं हो पाई है। ऐसे में संघ ने मांग की है कि किसानों को दिए गए हाइब्रिड बीजों को वापस लिया जाए।
अतिवृष्टि से फसल क्षति का सर्वे और मुआवजा: जिले के सभी गांवों में अतिवृष्टि के कारण खरीफ की फसलें गलकर नष्ट हो गई हैं। बीकेएस ने मांग की है कि जल्द से जल्द सर्वे कराकर किसानों को उचित राहत राशि प्रदान की जाए।
जले हुए ट्रांसफार्मरों को 24 घंटे में बदला जाए: बिजली विभाग द्वारा जले हुए ट्रांसफार्मरों को बदलने में अत्यधिक देरी (चार-चार दिनों तक) की शिकायत की गई है। संघ ने मांग की है कि जले हुए ट्रांसफार्मरों को 24 घंटे के भीतर बदला जाए ताकि किसानों को बिजली आपूर्ति में परेशानी न हो।
सिंगल फेज बिजली आपूर्ति जारी रखी जाए: बिल बकाया होने के कारण कई गांवों में ट्रांसफार्मर से पूरी बिजली काट दी जाती है। भारतीय किसान संघ ने ऐसी स्थिति में भी सिंगल फेज बिजली आपूर्ति जारी रखने की मांग की है, विशेषकर बरसात के महीनों में, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में सर्पदंश जैसी घटनाओं से बचा जा सके।
भारतीय किसान संघ ने उम्मीद जताई है कि जिला प्रशासन इन गंभीर समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई करेगा और किसानों को राहत प्रदान करेगा।