मध्य प्रदेश में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल ने प्रशासन को चिंतित कर दिया है। मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ. संजय कपीश्वर, ने इस संदर्भ में एक पत्र जारी किया है जिसमें कर्मचारियों को स्पष्ट रूप से 24 घंटे के भीतर काम पर लौटने की चेतावनी दी गई है। ऐसा न करने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
कर्मचारियों का यह प्रदर्शन 22 अप्रैल से शुरू हुआ था, जब उन्होंने 10 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल की घोषणा की थी। प्रशासन ने हड़ताल को अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन मानते हुए इसे गलत करार दिया है। इस पत्र की प्रतियां जिले के 11 उच्च अधिकारियों को भी भेजी गई हैं, ताकि वे अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को इस निर्देश की जानकारी देते रहें। हड़ताल के कारण सरकारी अस्पतालों की ओपीडी, लैब, और टीकाकरण जैसी स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रभाव पड़ा है, जो आम जनता के लिए संकट का विषय बना हुआ है।