शिवपुरी शहर की सड़कों पर अगर आप ट्रैफिक नियमों की उम्मीद लेकर निकलते हैं, तो संभल जाइए! शहर के प्रमुख चौराहों—गुरुद्वारा चौक, माधव चौक और ग्वालियर बायपास के ट्रैफिक सिग्नल एक साल से बंद पड़े हैं, जिससे शहरवासियों को रोजाना भारी जाम और हादसों के खतरे से जूझना पड़ रहा है।
स्थानीय नागरिक गोलू श्रीवास्तव और राहगीर विवेक शर्मा ने बताया कि इन स्थानों पर सिग्नल काफी लंबे समय से खराब हैं, लेकिन संबंधित अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं। न कोई मरम्मत की कोशिश, न कोई वैकल्पिक व्यवस्था—जैसे मानो लोगों की सुरक्षा प्रशासन की प्राथमिकता में ही नहीं है।
इस विषय में जब यातायात प्रभारी रणवीर सिंह यादव से बातचीत की गई तो उन्होंने नगर पालिका पर जिम्मेदारी डालते हुए कहा, "हमने कई बार नगर पालिका को इस विषय में अवगत कराया है। जैसे ही सिग्नल ठीक होंगे, हम ट्रैफिक नियंत्रण की कार्रवाई में तेजी लाएंगे।"
उधर नगर पालिका के सीएमओ इशांत धाकड़ से संपर्क करने के कई प्रयास किए गए, लेकिन उन्होंने कॉल उठाना मुनासिब नहीं समझा। उनकी चुप्पी ने इस मामले को और गंभीर बना दिया है।
सवाल ये है कि जब शहर के सबसे व्यस्ततम चौराहे ही लापरवाही की भेंट चढ़ जाएं, तो आमजन की सुरक्षा कौन सुनिश्चित करेगा? अब देखना ये है कि जिम्मेदार कब तक इस गूंगी-बहरी व्यवस्था को नजरअंदाज करते रहेंगे, या फिर जनता की आवाज उन्हें झकझोरने में कामयाब होगी?