शिवपुरी: जिले में लगातार हो रही अधिक वर्षा से किसानों की फसलों को हो रहे नुकसान और नागरिकों को आ रही समस्याओं का जायजा लेने के लिए कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने आज तहसील मगरौनी के ग्राम निजामपुर और खिरिया, तहसील करैरा के ग्राम नरौआ तथा नरवर नगर के वार्ड क्रमांक 12 का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खेतों, रास्तों, स्कूल भवनों और बस्तियों की स्थिति देखी और ग्रामीणों से बातचीत कर उनके सुझाव भी सुने।
निरीक्षण की शुरुआत ग्राम निजामपुर से हुई, जहां कलेक्टर श्री चौधरी ने कृषक सुगर सिंह और बाबू सिंह कुशवाह के खेतों में जाकर धान की फसल की स्थिति देखी। किसानों ने उन्हें जानकारी दी कि खेतों में 'शुंगधा' किस्म की धान लगी है और उन्हें सोसायटी से खाद मिल रही है। इसके बाद वे ग्राम खिरिया पहुंचे, जहां उन्होंने कृषक दिनेश परिहार के खेत में जाकर धान की फसल का निरीक्षण किया। किसानों ने बताया कि उन्हें डीएपी खाद नहीं मिल पा रही है, जिस पर कलेक्टर ने सुझाव दिया कि किसान एनपीके खाद का उपयोग कर सकते हैं, जो उसके बराबर प्रभावी है।
खिरिया गांव में बस्ती के अंदर जाकर उन्होंने वहां की पुलिया की स्थिति देखी। ग्रामीणों ने बताया कि भारी वर्षा के कारण बस्ती में पानी भर जाता है और गांव डिगवास को जोड़ने वाला एकमात्र कच्चा मार्ग भी बाधित हो जाता है। इस पर कलेक्टर ने अधिकारियों को सड़क निर्माण का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने बच्चों से मध्यान्ह भोजन की स्थिति भी जानी, जिस पर बच्चों ने बताया कि भोजन नियमित मिल रहा है। स्कूल भवन की मरम्मत की आवश्यकता पर उन्होंने एसडीएम को शीघ्र जीर्णोद्धार का कार्य कराने को कहा। वहीं उचित मूल्य दुकान से राशन वितरण की स्थिति की भी जानकारी ली गई, जिसमें ग्रामीणों ने बताया कि राशन समय पर मिल रहा है।
ग्राम नरौआ में कलेक्टर ने कृषक राजेन्द्र रावत के खेत में लगी मूंगफली की फसल का निरीक्षण किया और खेत में हुई क्षति की जानकारी पटवारी से लेने को कहा। ग्रामीणों ने अपने कच्चे मकानों के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी दी, जिस पर सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
इसके बाद कलेक्टर श्री चौधरी नरवर नगर पहुंचे और वार्ड क्रमांक 12 में किले से लगे इलाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने पानी से हुई क्षति से सड़कों की स्थिति देखी और संबंधित अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। किले के ऊपरी हिस्से से आने वाले पानी की दिशा और बहाव को भी देखा गया, जिससे निचली बस्तियों में जलभराव की स्थिति बनती है। इस पर कलेक्टर ने प्राकृतिक आपदा राहत मद से कार्य प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर की मुख्य सड़क के चौड़ीकरण पर भी चर्चा की और संबंधित अधिकारियों को आगे की कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से करें और वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों में राहत और मरम्मत कार्य शीघ्र पूर्ण कराएं। निरीक्षण के दौरान एसडीएम, तहसीलदार और संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे.