कोलरास थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम मोहराई में स्थित काली माता मंदिर पर धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था। जिसमें लगभग गांव के लगभग 300 से 400 लोग उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में हवन पूजन के बाद प्रसादी में हलुआ का भोग लगाने के बाद सभी प्रसादी वितरण की गई इसके बाद अचानक ग्रामीणजनों को उल्टी दस्त का प्रकोप शुरू हो गया और लोग तत्काल अस्पताल की ओर जाने लगे। इसकी जानकारी जैसे ही स्वास्थ्य विभाग की टीम को लगी तो उन्होनें ने आनन फानन में मामले की जांच की तो पता चला कि इस प्रसादी में कोलारस में ही निर्मित एस घी का प्रयोग करना बताया गया जो पूर्ण रूप से नकली है।
जानकारी के अनुसार मोहराई में धार्मिक कार्यक्रम दौरान हलवा खाना से 300-400 व्यक्ति उल्टी दस्त की चपेट में आ गए हैं जिनका उपचार जारी है। कोलारस के ग्राम मोहराई में रविवार को काली माता मंदिर पर वार्षिक धार्मिक आयोजन किया गया था इसी दौरान पूजा पाठ के बाद प्रसादी हलवा वितरण किया गया। प्रसादी हलवा ग्रहण करने के बाद एकाएक लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी बताया जा रहा है कि करीबन 300 सौ लोग हलवा खाने से उल्टी दस्त के शिकार हो गए हैं। ग्राम मोहराई में वहां के सरपंच द्वारा कुछ प्राइवेट एवं कोलारस सामुदायिक स्वास्थ्य की टीम इलाज मुहैया द्वारा कराया जा रहा है, बता जा रहा है कि कुछ लोगों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचना पड़ा लोगों का मानना है कि हलवा में कोई परचूनी दुकान से गलत सामग्री के इस्तेमाल से ऐसा हुआ है। जिसकी वजह से करीबन ढ़ाई सौ लोगों को अचानक उल्टी दस्त की शिकायत हो गई है।