@राहुल जैन रूद्र शिवपुरी। देश के लोकतंत्र का महापर्व अब अपने आखिरी पड़ाव में है और कल 4 जून को नतीजों के साथ ही संपन्न हो जाएगा लेकिन इस महापर्व की सबसे भारी रात शुरू हो चुकी है,जी हां रिजल्ट से पहले वाली रात, नेताओं-प्रत्याशियों का दिल जोर-जोर से धड़क रहा है और कह रहा है 'यही रात अंतिम, यही रात भारी' कल 4 जून, दिन-मंगलवार. सुबह के 8 बजते ही ईवीएम में कैद वोट बाहर आने लगेंगे और इसके साथ ही उम्मीदवारों की जीत-हार को लेकर रुझान मिलने शुरू हो जाएंगे. शाम होते-होते कही खुशियों की बारिश होने लगेगी तो कई लोगों की शाम गम के साये से घिर जाएगी, लेकिन रिजल्ट से पहले वाली रात तो सबके लिए कत्ल की रात है. दिल की धड़कने बढ़ी हुई हैं कि आखिर कल क्या होने वाला है?
'यही रात अंतिम, यही रात भारी '
कोई पूजा पाठ करने में लगा है तो कोई कार्यकर्ताओं के साथ काउंटिंग को लेकर रणनीति बनाने में जुटा है. कई लोगों को अपनी जीत पक्की लग रही है, लिहाजा लड्डू के भी ऑर्डर दिए जा रहे हैं. लेकिन एक बात जो सच है वो ये कि सभी के दिल की धड़कनें तेज हैं, क्योंकि रिजल्ट के पहले वाली रात अंतिम है और ये रात बहुत ही भारी है. "मतदान के बाद उम्मीदवारों को काफी हद तक तो ये पता चल ही जाता है कि क्षेत्र की जनता का उन्हें कितना आशीर्वाद मिला है. इसके आधार पर वो अपनी जीत-हार का अंदाजा भी लगा लेते हैं, लेकिन जब तक आधिकारिक रूप से इसकी नहीं पुष्टि हो जाती, मतगणना हो नहीं जाती है, तब तक तो उन्हें चैन मिलता नहीं है. और आखिरी रात तो कत्ल की रात कही जाती है.
शिवपुरी से दिल्ली तक हलचल
राजनीतिक विशेषज्ञ के अनुसार काउंटिंग से ठीक पहले शिवपुरी से लेकर दिल्ली तक हलचल है. वही शिवपुरी में बीजेपी के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने साथी नेताओं के साथ बर्चुअल मीटिंग की और काउंटिंग को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए. इसके अलावा कांग्रेस प्रत्याशी राव यादवेंद्र सिंह यादव भी अपने कार्यकर्ताओं से लगातार संपर्क में हैं साथ ही राव यादवेंद्र सिंह यादव भी अपने निजनिवास से पूजा अर्चना कर अपनी माँ का आशीर्वाद लेकर शिवपुरी की ओर दिन में ही प्रस्थान कर चुके हैं और कल मतगणना स्थल पर मौजूद रहेंगे. जैसा की हम अपने पाठको को बता दे कि रिजल्ट को लेकर सभी दल बड़े-बड़े दावे तो कर रहे हैं लेकिन सबको ये भी पता है कि जब 4 जून की सुबह 8 बजे मतगणना शुरू होगी तभी जाकर धीरे-धीरे सारी स्थिति स्पष्ट होगी. ऐसे में रिजल्ट से पहले वाली रात सबकी बेचैनी बढ़ी हुई. दिल में न चैन है न आंखों में नींद है.