शिवपुरी। खबर शहर के मुक्तिधाम से है जहां आज शुक्रवार को अंतिम संस्कार के लिए महिला के शव को चिता पर रखते ही वह जिंदा हो गई। परिजनों ने हाथ-पैर में मूवमेंट देखा तो सीपीआर देना शुरू कर दिया। इसके बाद तत्काल महिला को एंबुलेंस में लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना आज शुक्रवार सुबह की है। महिला की मौत 29 अगस्त की शाम 10:30 बजे हुई थी। परिजनों ने महिला के शव का आज अंतिम संस्कार कर दिया है।
जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग के DEO ऑफिस में लिपिक के पद पर पदस्थ रविंद्र श्रीवास्तव की पत्नी अनिता श्रीवास्तव उम्र 56 साल को पिछले कुछ दिनों से टाइफाइड हो गया था। बताया गया है कि गुरुवार की शाम महिला की तबीयत बिगड़ गई थी। जहाँ परिजन महिला को पहले एक निजी अस्पताल लेकर गए फिर बाद में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। यहां से महिला को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था। परिजन महिला को गुरुवार (29 अगस्त) की रात साढ़े दस बजे के करीब मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे थे। जहाँ डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया था।
अंतिम संस्कार से पहले शरीर में दिखी हलचल
अनिता श्रीवास्तव के परिजन शव को उनके निवास शांति नगर ले कर रात 11 बजे पहुंच गए थे। इसके बाद रिश्तेदार जुटना शुरू हो गए थे। सुबह महिला के शव को अंतिम संस्कार के लिए मुक्ति धाम ले जाया गया था। हिन्दू रीती- रिवाजों से दाह संस्कार की तैयारी की जाने लगी थी इसके बाद शव को दाह के लिए लगाई गईं लकड़ियों की सैया पर लिटाया गया, इसी दौरान महिला के शरीर में हलचल देखी गई। मौके पर मौजूद लोगों की माने तो महिला के शरीर पर पसीना सहित शरीर में हलचल देखी गई थी।
महिला की सांसे चलने की अफवाह के बाद परिजन भी हरकत में आ गए थे। जहाँ तत्काल एम्बुलेंस को बुलाया गया तब तक महिला की हथेलियों सहित पैरों के पंजों के रगड़ना शुरू कर दिया था। इसके साथ ही सीपीआर भी दिया गया था। एम्बुलेंस के पहुंचते ही महिला को तत्काल मेडिकल कॉलेज ले जाया गया जहां डॉक्टर ने जांच कर महिला को मृत घोसित कर दिया। बाद में परिजन शव लेकर दोबारा मुक्तिधाम पहुंचे। जहां महिला का अंतिम संस्कार किया गया।
महिला की जांच करने बाले मेडिकल कॉलेज के ड्यूटी डॉक्टर उत्सव तिवारी ने बताया कि महिला को मृत अवस्था में मेडिकल कॉलेज लाया गया था। रात में 10 बजकर 41 मिनिट पर परिजन महिला को मृत अवस्था में ही लेकर पहुंचे थे। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर आशुतोष चौऋषि का इस मामले में कहना हैं कि गुरुवार की रात परिजन अनीता श्रीवास्तव को मेडिकल कॉलेज लेकर आए थे। जहाँ सभी जांचों के बाद मृत पाया गया। ड्यूटी डॉक्टर के अनुसार अनीता को ब्राॅट डेड ही लाया गया था। रात के समय परिजनों को भी बताया गया था। अगले दिन जिस समय बेटा गोलू श्रीवास्तव मां की बॉडी को चिता से उठाकर मेडिकल कॉलेज लाए थे जहां ड्यूटी डॉक्टर ने महिला की ईसीजी कर वापस मृत घोषित किया गया है।