चल समारोह मे भक्ति भजनो पर झूमते नजर आए भक्त,भक्ति भाव से समापन हुआ कार्यक्रम
शिवपुरी। जिले के पोहरी में श्री 1008 आदिनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र मंदिर किले के अंदर में तीन दिवसीय कलशा रोहण एवं विश्व शांति महायज्ञ का आज अंतिम दिन रविवार को मंगलमय कार्यक्रमों के साथ सफलतापूर्वक समापन हुआ। कार्यक्रम के अंतिम दिन भगवान जिनेंद्र देव का अभिषेक कर नगर के प्रमुख मार्गों से भव्य शोभयात्रा निकाली गई है, जिसमें समाज के महिला, पुरुष एवं बच्चे शामिल हुए। शोभयात्रा का समाज सहित शहर वासियों ने पलक-पावड़े बिछाकर स्वागत किया।
समाज के पत्रकार योगेन्द्र जैन ने बताया कि तीन दिवसीय कलशा रोहण कार्यक्रम की शुरूआत 27 दिसम्बर से भगवान का अभिषेक एवं आराधना के साथ भक्ति भाव से की गई। पहले दिन घटयात्रा के साथ मंगलमय कार्यक्रम का आयोजन शुरू हुआ। सुबह पूजन भक्ति के साथ शाम को भक्ति मय आरती भक्तों द्वारा की गई। इस दौरान अरुण जैन एन्ड संगीत पार्टी द्वारा दी गई भजनों की शानदार प्रस्तुति से वातावरण भक्तिमय हो गया और भक्तगण झूमते नजर आए। तीन दिनों तक चले इस कार्यक्रम में सभी समाज को कोलारस से पधारे आशु भैया जी एवं पंडित सुगनचंद जैन अमोला द्वारा भक्ति भाव से भगवान का पूजन अभिषेक एवं शांतिधारा के साथ शाम को प्रवचन का लाभ भी पोहरी नगर को मिला। 29 दिसम्बर को कलश रोहण के बाद श्री जिनेद्र देव की शोभायात्रा नगर मे बड़े ही धूम धाम एवं भक्ति भाव से निकाली गईं सुबह श्री 1008 आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर से शुरू हुई रथयात्रा के आगे जैसवाल जैन समाज का दिव्यघोष अपनी जैन धुन पर आगे चल रहा था। भक्त भगवान के भजनों पर झूमते रहेे एवं रथयात्रा आगे धीरे धीरे बढ़ रही। भक्तगण जगह जगह भक्त भगवान की आरती कर झूम रहे थे। रथयात्रा नगर के मुख्य मार्गो से होते हुए चौराहा पर पहुंची उसके बाद वापिस किले अंदर मंदिर में भगवान का अभिषेक एवं पूजन के साथ शोभायात्रा का समापन किया गया। कार्यक्रम का भक्तो द्वारा लाईव प्रसारण भी देख जो मनोज धाकड़ बॉम्बे स्टूडियो की तीन ने दूर दूर तक के भक्तों को इस कार्यक्रम का लाभ दिलवाया, इसी दौरान इंदौर, ग्वालियर, शिवपुरी, कोलारस करैरा, परिच्छा, बैरड, सिरसौद, बर्बे, मारोरा के भक्त भी इस शोभायात्रा मे शामिल हुए।
राजा हरिश्चंद्र के नाटक का हुआ रूपांतर
दिल्ली से पधारे मयूर जैन सागर द्वारा दो दिन शानदार नाटक का मंचन किया गया। राजा हरिश्चंद्र के चरित्र के बारे मे बताया गया कि सत्य के लिए उन्होंनें अपनेक त्याग किए और राजा से रंक हो गए। इस दौरान उन्होंने जीवन में अनेक कष्ट सहे, लेकिन उन्होंने अपना संकल्प भंग नहीं होने दिया। शिखर पर हुआ कलशा रोहण, भक्तों ने भक्ति भाव से किया रोहण - तीन दिवसीय कार्यक्रम मे अंतिम दिन हवन के बाद शिखर पर कलशा रोहण किया गए कलाशा रोहण का शौभाग्य कृष्ण कुमार जयकुमार जैन अतुल जैन परोड़ा वाले एवं ध्वज का शौभाग्य श्री मति सोनम जैन आशु जैन डबरा परिवार को प्राप्त हुआ,
भजनों की शानदार प्रस्तुति से वातावरण भक्तिमय- अरुण जैन संगीत पार्टी पोहरी द्वारा तीन दिवसीय कार्यक्रम मे शानदार प्रस्तुति हुई जिसमे सुबह भक्ति भाव से अभिषेक एवं पूजन भक्तमय हुई एवं शाम कालीन भगवान की आरती मे भक्त झूमते नजर आए।