शिवपुरी के कोलारस में एनएच-46 पर हुए एक हादसे में एक तेंदुए की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना बुधवार रात पड़ौरा गांव के पास हुई, जब तेंदुए को एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। अगली सुबह राहगीरों ने सड़क पर तेंदुए का शव देखा और तुरंत वन विभाग को सूचित किया।
हालांकि, वन विभाग की टीम को मौके पर पहुंचने में कई घंटे लग गए। इस दौरान सड़क पर से गुजरने वाले कई वाहनों ने तेंदुए के शव पर से गुजरते हुए उसे बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। डिप्टी रेंजर रुक्मणी भगत ने बताया कि शव की खराब स्थिति के कारण वे यह भी नहीं बता पाईं कि तेंदुआ नर था या मादा।
ग्रामीणों ने वन विभाग की देरी पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि अगर वारदात के तुरंत बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच जाती, तो तेंदुए के शव को इतना नुकसान नहीं होता। स्थानीय लोगों ने इस मामले में वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं और त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता बताई है।
विभाग ने अंततः क्षतिग्रस्त शव को सड़क से हटाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, लेकिन ग्रामीणों का गुस्सा और असंतोष स्पष्ट है। यह घटना एक बार फिर वन विभाग की तत्परता और कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े करती है।