आवारा कुत्ते के हमले में 9 साल की बच्ची गंभीर रूप से घायल

Samwad news
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शिवपुरी: जिले के जूर गांव में गुरुवार की सुबह एक दर्दनाक घटना ने पूरे गांव को दहशत में डाल दिया, जब कक्षा छठवीं की छात्रा प्रियांशी रघुवंशी अपने घर के बाहर खेलते समय एक आवारा कुत्ते के हमले का शिकार हो गई। कुत्ते ने बच्ची पर हमला करते हुए उसके पैर को बुरी तरह काट लिया, जिसके चलते प्रियांशी गंभीर रूप से घायल हो गई। 
घटना के बाद तुरंत ही गांव के लोग उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां उसका इलाज जारी है। डॉक्टरों ने बताया कि प्रियांशी को कई टांके लगाने पड़े और उसकी हालत स्थिर है। परंतु, यह घटना न केवल प्रियांशी के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए चिंता का विषय बन गई है।

स्थानीय निवासी रामजीलाल रघुवंशी ने बताया कि यह पहली बार नहीं है, जब आवारा कुत्तों ने बच्चों पर हमला किया है। उन्होंने कहा, "पिछले कुछ महीनों में कई बार ऐसे हादसे हुए हैं, जिसमें बच्चों को चोट आई है।" गांव में ही इसी तरह की पूर्व की कई घटनाओं ने माता-पिता के मन में भय पैदा कर दिया है। बच्चे अब खेलने से भी हिचकिचा रहे हैं और माता-पिता अपनी संतानों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
गांव के अन्य निवासियों ने भी इस मुद्दे पर चिंता जताई है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि आवारा कुत्तों के प्रति सख्त कार्रवाई की जाए। गाँव के युवा संघ ने एक बैठक आयोजित की और इस विषय पर चर्चा की, जिसमें उन्होंने कहा कि अगर इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो भविष्य में अधिक गंभीर घटनाएँ हो सकती हैं।
गांव की प्रधान ने कहा, "हमने पहले ही प्रशासन को सूचित किया है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। हमें चाहिए कि प्रशासन तत्काल कार्रवाई करे ताकि बच्चे सुरक्षित रह सकें।" उन्होंने यह भी कहा कि आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जाए और उन्हें कहीं और छोड़ने की व्यवस्था की जाए, ताकि गांव में रहने वाले लोग सुरक्षित महसूस कर सकें।
जूर गांव में इस तरह की घटनाएँ अपने आप में गंभीर चिंताओं को जन्म देती हैं। स्थानीय निवासियों की मांग है कि प्रशासन तुरंत प्रभाव से आवश्यक कदम उठाए। यदि आवारा कुत्तों के प्रति सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो गांव के बच्चे दिन-प्रतिदिन खतरों का सामना करने पर मजबूर होंगे। 
आशा है कि प्रशासन इस घटना को गंभीरता से लेगा और आवारा कुत्तों की समस्या का समाधान करेगा, ताकि भविष्य में कोई और बच्चा ऐसी दर्दनाक स्थिति का सामना न करे।

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