पार्षद ने बताया कि इस शराब दुकान के कारण स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि शराब दुकान के निकट ही शासकीय बालक-बालिका हाई स्कूल, कन्या हाई स्कूल तथा प्रमुख मंदिर स्थित हैं। इसके कारण महिलाएँ और छात्राएँ असुरक्षित महसूस कर रही हैं, और शराबियों द्वारा अभद्र टिप्पणियों की घटनाएं बढ़ी हैं।
उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया कि पहले भी इस दुकान के खिलाफ कई शिकायतें की गई थीं, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि शराब दुकान को अन्यत्र स्थानांतरित नहीं किया गया, तो भाजपा कार्यकर्ता और वार्डवासी शांतिपूर्ण धरने पर उतरेंगे, जिससे कि उनकी आवाज सुनी जा सके।