शिवपुरी जिले करैरा में अनोखी होली: अर्थी के जरिये नफरत का अंत पड़े पूरी खबर

Samwad news
0
शिवपुरी जिले के करैरा, 14 मार्च: देशभर में होली का त्योहार रंग, खुशियों और भाईचारे का पर्व माना जाता है। लेकिन करैरा के घरियाली मोहल्ला में इस बार होली कुछ अनोखे और अजीबोगरीब तरीके से मनाई गई। मोहल्ले के लोगों ने एक अनूठा प्रयोग किया, जिसमें उन्होंने एक अर्थी निकालकर होली का जश्न मनाया।

यह कोई साधारण अर्थी नहीं थी, बल्कि यह सब लोगों के बीच एक खास संदेश देने के लिए किया गया था। मोहल्ले के युवा वर्ग ने मिलकर इसे 'होलिका दहन' के रूप में पेश किया। इस अर्थी में विभिन्न रंगों के फूल, गुलाल और बारीकियों से सजाए गए सामान रखे गए थे, जो जहरीले तत्वों जैसे नफरत और नकारात्मकता के प्रतीक थे। इस अनोखी परंपरा के माध्यम से मोहल्ले के लोगों ने यह जताने की कोशिश की कि होली केवल रंगों का त्योहार नहीं है, बल्कि यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

इस आयोजन में मोहल्ले के लोगों ने विशेष रूप से भाग लिया और बड़े ही उत्साह से अर्थी के पीछे चलकर सारा मोहल्ला गोल घेरने लगे। लोग ड्रम और अन्य वाद्ययंत्रों पर थिरकते हुए रागिनी गा रहे थे, जिससे माहौल और भी रंगीन हो गया। बच्चें और बड़े सभी रंगों में रंगे हुए नजर आ रहे थे। बच्चे तो बाद में इस अर्थी को देख थोड़ा चिढ़े जरूर, लेकिन सबने मिलकर इसका मजा लिया।

मोहल्ले के अध्यक्ष ने कहा, "हमने इस अनोखे तरीके से होली मनाने का निर्णय लिया ताकि हम नफरत और नकारात्मकता को खत्म कर सकें। यह एक प्रतीकात्मक अर्थी है, जिससे हम यह संदेश देना चाहते हैं कि हमें बुराइयों को अपनी जिंदगी से निकाल देना चाहिए।"

इस तरह, घरियाली मोहल्ला में होली की यह विशेष और जींवत शैली ने सभी को एक साथ लाने का काम किया। मोहल्ले के लोगों ने न केवल होली के रंगों में खुद को डुबोया, बल्कि एकजुटता और भाईचारे की भावना को भी जीवित रखा। जो सबको एक नई सीख देती है, कि हर त्योहार में एक सकारात्मक सन्देश छुपा होता है।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)