शिवपुरी, 18 अप्रैल (भाषा)। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी अमर शहीद तात्या टोपे की 167वीं पुण्यतिथि के अवसर पर मध्य प्रदेश के शिवपुरी में शुक्रवार को दो दिवसीय शहीद मेले की शुरुआत की गई। इस अवसर पर जिला जेल परिसर से एक मशाल यात्रा निकाली गई, जो शहर के विभिन्न प्रमुख मार्गों से होती हुई तात्या टोपे के समाधि स्थल तक पहुंची।
समाधि स्थल पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण, राष्ट्रगान और गार्ड ऑफ ऑनर के साथ हुई। इसके पश्चात तात्या टोपे की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
समारोह के दौरान आयोजित श्रद्धांजलि सभा में इतिहासकार प्रो. दिग्विजय सिंह सिकरवार ने कहा, "यदि तात्या टोपे को धोखे से गिरफ्तार न किया गया होता, तो संभवतः भारत 1857 में ही स्वतंत्र हो सकता था।"
पूर्व विधायक प्रहलाद भारती ने तात्या टोपे को स्वतंत्रता संग्राम का अद्वितीय योद्धा बताते हुए कहा कि "ऐसे वीर सपूतों के बलिदान के कारण ही आज देश स्वतंत्र है।"
इस अवसर पर तात्या टोपे के प्रपौत्र सुभाष टोपे को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। आयोजकों के अनुसार, यह सम्मान समारोह आयोजन को एक भावनात्मक और ऐतिहासिक आयाम प्रदान करता है।