शिवपुरी: जिले में जंगलों में आग की घटनाएँ तेजी से बढ़ रही हैं, जिसे लेकर स्थानीय प्रशासन और वन विभाग चिंतित हैं। बुधवार को माधव टाइगर रिजर्व की सीमा से लगे बाजाघर और करबला के बीच वन क्षेत्र में आग लगने की घटना सामने आई। फिजिकल थाना पुलिस और वन विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और नगरपालिका की दो फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाने के लिए प्रयास शुरू किया।
डीएफओ सुधांशु यादव ने बताया कि गर्मियों में जंगल में सूखे पत्ते और झाड़ियां अधिक होती हैं, जिनके कारण आग तेजी से फैलती है। उन्होंने चेतावनी दी कि बीड़ी या माचिस फेंकने से या अत्यधिक गर्मी के कारण भी आग लगने की संभावना बढ़ जाती है। वन विभाग और प्रशासन आग को नियंत्रित करने में लगे हैं, और बार-बार होने वाली आग की घटनाएँ स्थानीय पर्यावरण को नुकसान पहुँचा रही हैं। इस संदर्भ में, प्रशासन ने स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे जंगल में आग न लगाएं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें।
वन विभाग के अनुसार, पिछले पांच दिनों में यह तीसरी बड़ी आग की घटना है। इससे पहले, सतनबाड़ा रेंज के एनएच-46 पर स्थित पतारा गांव के पास आग लगी थी। अगली दिन, सतनबाड़ा रेंज के सांकरे हनुमान मंदिर के पास भी आग भड़की। इसके अलावा, शहर के ऐतिहासिक सिंधिया छत्री परिसर में भी आग लगने की घटना हुई थी। जंगलों में लगने वाली आग स्थानीय वन्य जीवों और पर्यावरण के लिए एक बड़ा खतरा बनती जा रही है, जिसके खिलाफ स्थानीय प्रशासन और वन विभाग सक्रिय कदम उठा रहे हैं।