रविवार को शिवपुरी शहर ने एक बार फिर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की उपस्थिति में उम्मीदों की उड़ान भरी। दिशा समिति की बैठक में सिंधिया ने स्वास्थ्य, सिंचाई, और आधारभूत संरचना से जुड़े कई महत्वपूर्ण फैसलों की घोषणा की, जिससे शिवपुरीवासियों में उत्साह की लहर दौड़ गई है।
बैठक में सबसे बड़ी घोषणा यह रही कि जिला अस्पताल में अब 600 बेड की सुविधा होगी, वहीं राजमाता सिंधिया मेडिकल कॉलेज में भी बेड की संख्या बढ़ाकर 650 कर दी जाएगी। यह स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
सिंधिया ने यह भी बताया कि शिवपुरी की सबसे बड़ी समस्या – सीवर व्यवस्था – के समाधान के लिए नई परियोजना को स्वीकृति मिल चुकी है। साथ ही, शहर के विकास को गति देने के लिए 71 करोड़ की लागत से चांदपाठा झील रिसाव रोकने की योजना भी शुरू होगी।
कोलारस क्षेत्र की 145 करोड़ की लघु सिंचाई योजना से 25 गांवों को लाभ मिलेगा। बिजरौनी में 20 करोड़ की लागत से नई माइनर इरीगेशन परियोजना भी जल्द शुरू होने जा रही है। सिंधिया ने साफ कर दिया कि भू-माफियाओं पर सख्त कार्रवाई होगी और अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश भी दे दिए हैं।
महिला स्व-सहायता समूहों को अडानी समूह के सीएसआर फंड से सहयोग मिलेगा और शिवपुरी को मिले 50 करोड़ रुपये के फंड का उपयोग पूरी पारदर्शिता के साथ किया जाएगा।