तालाब की जमीन से अतिक्रमण को हटाया जिला पंचायत अध्यक्ष एवं कलेक्टर ने किया निरीक्षण

Samwad news
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शिवपुरी – जिले में जल संरक्षण एवं संवर्धन के उद्देश्य से चलाए जा रहे जल गंगा संवर्धन अभियान 2025 के तहत रविवार को जिला पंचायत अध्यक्ष नेहा यादव ने जिला कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी के साथ जिले के विकासखंड कोलारस एवं बदरवास का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने तालाबों का जीर्णोद्धार, प्राचीन बावड़ियों एवं पुरानी जल संरचनाओं के संरक्षण कार्य का निरीक्षण किया तथा ग्रामीणों के साथ श्रमदान कर अभियान में भागीदारी का आह्वान किया।

अतिक्रमण मुक्त कराई गई तालाब की भूमि  

कोलारस के बैरसिया में प्राचीन बावड़ी एवं तालाब के जीर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि जल संरक्षण के इस अभियान में ग्रामीण जनसहयोग से ही सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा, “तालाबों एवं जल संरचनाओं को संरक्षित कर उनके महत्व को पुनः स्थापित करना जरूरी है। मैं ग्रामीणों से आग्रह करूंगी कि वे इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएं।

एसडीएम अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि तहसील रन्नौद के झंडी गांव स्थित लगभग 60 बीघा क्षेत्र में अवैध कब्जे एवं खेती के कारण प्राचीन तालाब पर अतिक्रमण हो चुका था। जिला प्रशासन ने तत्काल संज्ञान लेकर तालाब की भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया और मूल स्वरूप में लाने का कार्य शुरू किया। इस कार्य में जिला पंचायत अध्यक्ष स्वयं ग्रामीणों के साथ श्रमदान में शामिल रहीं।  

बदरवास एवं खरेह में भी हुआ कार्य प्रारंभ
बदरवास पहुंचकर ग्राम झंडी में शासकीय तालाब का शुभारंभ किया गया, जहां ग्रामीणों ने भी इस कार्य में उत्साह दिखाया। इसी प्रकार ग्राम अटारी में भी लगभग 60 बीघा के तालाब को अतिक्रमण मुक्त कर गहरीकरण एवं जीर्णोद्धार का काम जनसहयोग से प्रारंभ किया गया। साथ ही, ग्राम खरेह में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत नवीन तालाब का निर्माण एवं वाटरशेड विकास कार्य का निरीक्षण किया गया।

जिला पंचायत अध्यक्ष ने दी प्रेरणा

नेहा यादव ने कहा, “जल संरक्षण केवल सरकारी प्रयास नहीं, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है। हमें मिलकर जल संरचनाओं का संरक्षण करना है ताकि जल संकट से निपटा जा सके। मैं सभी ग्रामीणों से अनुरोध करती हूं कि वे इस अभियान में सक्रिय भागीदारी करें और जल संरक्षण का संकल्प लें।”

आगामी दिनों में भी जारी रहेगा अभियान

जल गंगा संवर्धन अभियान 2025 के तहत 30 जून तक यह कार्य जारी रहेगा। जिला प्रशासन एवं जिला पंचायत की टीमें मिलकर जल संरक्षण के इस प्रयास को और प्रभावी बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रही हैं।


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