मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और ओबीसी समाज के खिलाफ सोशल मीडिया पर अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने वाले स्वामी आनंद स्वरूप के विरोध में ओबीसी महासभा और समाज के लोगों ने सोमवार को प्रदर्शन किया। उन्होंने शिवपुरी जिला मुख्यालय सहित कोलारस और बदरवास में ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की।
ओबीसी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष गिर्राज धाकड़ ने बताया कि स्वामी आनंद स्वरूप ने 2 अक्टूबर 2025 को अपने फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो जारी किया था। इसमें उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित पिछड़े वर्ग के नेताओं के प्रति अशोभनीय व अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया।
धाकड़ के अनुसार, यह कार्य समाजों में वर्ग संघर्ष और नफरत फैलाने तथा सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाला है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री मोहन यादव हिंदुत्व वादी विचारधारा के सशक्त नेता हैं, जिन्होंने सदैव धर्म और संविधान की मर्यादा का पालन किया है, ऐसे में उनके प्रति अपमानजनक शब्दों का प्रयोग अस्वीकार्य है।
ओबीसी महासभा ने मांग की कि स्वामी आनंद स्वरूप पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सात दिवस में कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।
इस अवसर पर जिला मुख्यालय पर कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान पोहरी से कांग्रेस विधायक कैलाश कुशवाह भी मौजूद रहे। उन्होंने संत पर एफआईआर दर्ज करने के साथ 27 प्रतिशत आरक्षण लागू करने की भी मांग की। विधायक कुशवाह ने कहा कि सरकार केवल दिखावा कर रही है, जबकि उसकी मंशा कुछ और है।