शिवपुरी- बजरंग दल कार्यालय पर विश्व हिन्दू परिषद् बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा संत रविदास जी की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम का नेतृत्व बजरंग दल जिला अध्यक्ष रामसिंह यादव ने किया साथ ही बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष माघ महीने की पूर्णिमा तिथि पर संत रविदास की जयंती मनाई जाती है।
संत रविदास जी भगवान की भक्ति में समर्पित होने के साथ अपने सामाजिक और पारिवारिक कर्त्तव्यों का भी बखूबी निर्वहन किया। उन्होंने आपस में प्रेम करने की शिक्षा दी और इसी तरह से वे भक्ति के मार्ग पर चलकर संत रविदास कहलाए ।
रविदास जी द्वारा 15 वीं शताब्दी में चलाया गया भक्ति आंदोलन उस समय का एक बड़ा आध्यात्मिक आंदोलन साबित हुआ। इस आंदोलन ने समाज में कई बड़े बदलाव लाने का काम किया। उन्होंने अपने जीवन में कई गीत, दोहे और भजनों की रचना की जो मानव जाति को आत्मनिर्भरता, सहिष्णुता और एकता का संदेश देने का काम करते हैं।
इन्होंने समाज से जातिवाद, भेदभाव और सामाजिक असमानता के भाव को हटाकर भाईचारे और सहिष्णुता का भाव अपनाने के संदेश दिया। गुरु रविदास जी ने शिक्षा के विशेष जोर दिया। प्रसिद्ध संत मीराबाई भी रविदास जी को अपना आध्यात्मिक गुरु मानती थीं।
साथ ही अध्यक्ष ने बताया सिर्फ हिंदू धर्म के ही नहीं, बल्कि सिख धर्म को मानने वाले लोग भी गुरु रविदास के प्रति श्रद्धा भाव रखते हैं। इस बात का पता इसी से लगाया जा सकता है कि रविदास जी की 41 कविताओं को सिखों के पवित्र ग्रंथ यानी गुरुग्रंथ साहिब में शामिल किया गया है।
साथ ही बताया हमें कभी भी अपने अंदर अभिमान को जन्म न लेने दें। इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल जिला अध्यक्ष राम सिंह यादव, नगर मंत्री प्रतिक राठौर, रामसेवक गुर्जर, नरेंद्र शर्मा, दीपेंद्र पाल, इंद्रपाल यादव, नरेंद्र यादव आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।