नम्र शिवपुरीः जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जिले भर में जलीय इकाईयों के संरक्षण का काम प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। इसी क्रम में शिवपुरी शहर में नालों की सफाई काम में लगे जिम्मेदारों ने बिना कुछ सोचे-समझे ही नाले के पानी को खाली करने के लिए जाधव सागर की पार को तोड़ दिया है। ऐसे में नाले में रहने वाले विलुप्त होते सैकड़ों मगरमच्छों के जीवन पर खतरा मंडराने लगा है, क्योंकि इससे उनका प्राकृतिक आवास नष्ट हो रहा है और छोटे-छोटी जलीय जीव में यह कर तालाब में चले गए हैं। ऐसे में अब ये मगरमच्छ अपने भोजन की तलाश में शहर की सड़कों और लोगों के घरों में घुसते नजर आएंगे। इससे न सिर्फ इन मगरमच्छों के जीवन के साथ ही आमजन की जान के लिए भी बड़ा खतरा मंडरा रहा है। शहर में तोड़ी गई पार, जिसके कारण तेजी से नाला खाली हो रहा है।
जब इस विषय में फोन कॉल द्वारा शिवपुरी कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी से चर्चा हुई तो देखिए क्या कहना है कलेक्टर महोदय का
यह आपके द्वारा मेरे संज्ञान में लाया गया है कि पार तोड़ देने के कारण नाले का पानी खाली हो गया है, जिससे मगरमच्छ के रहने के लिए जल स्तर कम हो गया है। मैं इसे दिखवाता हूं कि इसका समाधान कैसे निकाला जा सकता है।