शिवपुरी। इन दिनों शहर भर में पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। दस से पंद्रह दिनों से शहर में पानी की सप्लाई नहीं हुई है। इसके चलते आज (गुरुवार) को भाजपा सहित कांग्रेस के पार्षदों ने ग्वालियर बाइपास पर लगे सिंध जलावर्धन योजना के हाइटेंड पर धरना शुरू कर दिया। पार्षदों का आरोप है कि जनता को पीने के लिए पानी नसीब नहीं हो रहा है। प्यासी जनता उनसे लगातार दिन रात पानी उपलब्ध कराने की मांग कर रही है। लेकिन नगर पालिका प्रशासन के द्वारा उनकी कोई सुनवाई नहीं है। बता दें की शहर में पानी की सप्लाई न होने की मुख्य वजह सिंध जलावर्धन की बिछी पाइप लाइन बार-बार फूट रही है। जिसका मेंटेनेंस करने में नगर पालिका प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है।
ग्वालियर बाइपास पर धरने पर बैठे भाजपा पार्षद विजय शर्मा ने बताया कि सिंध जलावर्धन से होने वाली पानी की सप्लाई से पानी की टंकिया 10 से 15 दिनों में एक बार भर पा रही है। जिससे जनता पानी को परेशान हो रही है। इसके अतिरिक्त विकल्प के तौर पर जनता को पानी के टैंकर भी उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। जनता सुबह से ही पार्षदों को पानी की मांग को लेकर कोसती है। इसके चलते उन्हें धरने पर बैठना पढ़ा है।
वहीं कांग्रेस पार्षद एमडी गुर्जर का कहना था कि उनके वार्ड में ज्यादातर लोग मजदूर तबके के हैं। पिछले 10 से 15 दिनों में वार्ड में पानी की सप्लाई नहीं की गई है। नगर पालिका ने इतने बड़े वार्ड में तीन से चार टैंकर भी लगा दिए हैं। लेकिन टैंकरों से पानी की पूर्ति नहीं हो सकती है।
भाजपा पार्षद राम यादव ने कहा कि जनता पानी को बहुत परेशान है नगर पालिका के अधिकारी फोन तक नहीं उठाते हैं। तीन दिन पहले सीएमओ केशव सगर से पानी के टैंकरों की व्यवस्था करने की कही थी। लेकिन तीन दिन गुजर जाने के बाद भी पानी के टैंकरों को वार्ड में नहीं पहुंचाया गया है। पिछले दस दिनों से वार्ड में पानी की सप्लाई नहीं हुई है।
भाजपा पार्षद नीलम बघेल के पति अनिल बघेल ने नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा पर गुंडागर्दी के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि कोई भी महिला पार्षद का पति जनता की आवाज उठाता है। तो नपा अध्यक्ष द्वारा उन्हें दबाया जाता है। साथ ही नगर पालिका अध्यक्ष का पूरा परिवार अध्यक्ष बना घूम रहा है। नपा अध्यक्ष व उनके परिवार के लोग किसी के साथ भी मारपीट कर देती हैं। महिला पार्षदों का भी उनके द्वारा अपमान किया जा रहा है। नपा अध्यक्ष का ध्यान परेशान जनता की ओर नहीं है उन्होंने अपना फोकस कमीशनखोरी की ओर कर रखा है। आज पार्षदों द्वारा जनता की लड़ाई सड़क पर बैठकर लड़ी जा रही हैं।